राजधानी में मानसून अभी पूरी तरह से नहीं आया है, लेकिन रेत और गिट्टी खदान वालों ने इसकी कीमत बढ़ा दी है। मकान बनाने के साथ ही किसी भी तरह का कंस्ट्रक्शन करने वालों को अब खासी परेशानी होगी। आज से गिट्टी की एक-एक गाड़ी के लिए उन्हें 7000 रुपए तक ज्यादा देना पड़ेगा।
गिट्टी की कीमत बढ़ने के साथ ही खदान वालों और सप्लायरों में भी ठन गई है। खदान वालों का कहना है कि लोग वजन के हिसाब से गिट्टी खरीदें। फीट में खरीदने पर उन्हें गिट्टी महंगी मिलेगी। क्योंकि इस तरह की शिकायत आई है कि 600 फीट की गाड़ी में सप्लायर 550 फीट की ही सप्लाई करते हैं। लोगों को जागरूक करने एसोसिएशन ने पंपलेट भी बांटने शुरू कर दिए हैं।
गिट्टी खदान एसोसिएशन ने 1 जून को नई रेट लिस्ट जारी की है। 18 से 20 रुपए फीट मिलने वाली गिट्टी अब 18 से 30 रुपए फीट में बिकेगी। यानी हर साइज की गिट्टी लोगों को महंगी ही बेची जाएगी। 700 फीट की एक गाड़ी लोगों को 12600 से 21000 रुपए तक में मिलेगी।
पहले यही गाड़ी 12600 से 14000 रुपए तक में मिल जा रही थी। गिट्टी की कीमत अचानक इतनी क्यों बढ़ाई जा रही है इस पर भास्कर ने पड़ताल की तो पता चला कि खनिज विभाग के अफसर बिना पिट पास वाली गाड़ियों से जबरदस्त जुर्माना वसूल कर रहे हैं। पहले खदान वाले रॉयल्टी की चोरी करते थे। इससे गिट्टी की कीमत भी कम रहती थी।
गिट्टी वालों का भी बना सिंडिकेट
जिस तरह रेत घाट के सिंडिकेट में प्रभावशाली लोग शामिल हैं उसी तरह गिट्टी खदान के सिंडिकेट में भी रसूखदारों का कब्जा है। इन लोगों का सरकार में खासा दबदबा है। खनिज विभाग के अफसर भी इन पर कार्रवाई करने से बचते हैं। यही वजह है कि बिना किसी डर के सिंडिकेट ने एक साथ गिट्टी की कीमत बढ़ा दी है।