गौरेला में स्वर्गीय अजीत जोगी की प्रतिमा स्थापना को लेकर विवाद गहरा गया है। भाजपा नेताओं और जनप्रतिनिधियों ने गौरेला थाने में अमित जोगी, रेणु जोगी, अजय जायसवाल और आयुष सोनी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि जिस स्थान पर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा लगनी थी, वहां नगर पालिका के प्रस्ताव के विपरीत अजीत जोगी की प्रतिमा लगाई गई। उनका कहना है कि यह कार्रवाई शहर का माहौल बिगाड़ने वाली है।
इस बीच, मरवाही के पूर्व विधायक अमित जोगी ने प्रतिमा चोरी के आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 7 दिन का समय दिया था। लेकिन अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है। वहीं स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने इस पर कोर्ट के निर्णय का हवाला दिया है।
मामले की जांच कर रही प्रशासन
जिले के प्रभारी मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने इसे न्यायालय का मामला बताया है। उन्होंने कहा कि न्यायालय का जो भी निर्णय आएगा, वह स्वीकार्य होगा। प्रशासन जांच कर रही है, इसलिए वे इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे।
शिकायत के बाद जांच में जुटी पुलिस
कोटा की पूर्व विधायक रेणु जोगी का कहना है कि उन्होंने शासकीय प्रक्रिया के तहत प्रतिमा स्थापना की अनुमति ली थी। प्रतिमा निजी जमीन पर लगाई जा रही है और कलेक्टर को इसकी जानकारी दी गई है।
उन्होंने कहा कि जल्द ही अजीत जोगी की प्रतिमा उनके गृहनगर में सम्मानपूर्वक स्थापित की जाएगी। पुलिस ने जोगी परिवार के खिलाफ की गई शिकायत की जांच शुरू कर दी है।