भोपाल। वैसे तो दक्षिण-पश्चिम मानसून पांच दिनों से मुंबई के पास ही ठिठका हुआ है, लेकिन लगातार आ रही नम हवाओं के कारण मध्य प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में बौछारें पड़ने का सिलसिला बना हुआ है। इससे वातावरण में ठंडक भी बनी हुई है।
इसी क्रम में मंगलवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक रायसेन में 26, खरगोन में 22, इंदौर एवं सागर में आठ, खजुराहो में सात, उमरिया में पांच, रीवा एवं धार में दो, भोपाल में 1.6, उज्जैन में एक और मंडला में 0.2 मिलीमीटर वर्षा हुई। प्रदेश में सबसे अधिक 38.5 डिग्री सेल्सियस तापमान नौगांव में रिकार्ड किया गया। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, अगले दो दिन प्रदेश के अधिकतर शहरों में छिटपुट बारिश होने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी अभिजीत चक्रवर्ती ने बताया कि वर्तमान में मानसून की उत्तरी सीमा मुंबई, अहिल्यानगर, आदिलाबाद, भवानीपटना, पुरी, बालुरघाट से होकर ही गुजर रही है। एक पश्चिमी विक्षोभ पंजाब और उसके आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में सक्रिय है। इससे एक द्रोणिका भी संबद्ध है। हरियाणा पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।
इसके अतिरिक्त उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। हवाओं के साथ नमी आने के कारण रुक-रुककर बारिश हो रही है। इस तरह की स्थिति अभी बनी रहने के आसार हैं।
मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि हवाओं का रुख पश्चिमी बना हुआ है। साथ ही हवाओं की रफ्तार भी काफी तेज है। इस वजह से पूरे प्रदेश में अधिकतम तापमान काफी कम हो गया है। 10 जून के बाद मानसूनी हलचल तेज होने की संभावना है। उसके बाद पूरे प्रदेश में अच्छी वर्षा का दौर शुरू हो सकता है।
इंदौर में नवतपा खत्म होते ही मौसम ने करवट ली। मंगलवार को हल्की बारिश के साथ दिन की शुरुआत हुई। दोपहर करीब 2.45 बजे तेज बरसात शुरू हुई, जो लगभग 40 मिनट तक लगातार होती रही। अधिकतम तापमान 31.3 और न्यूनतम तापमान 24.9 डिग्री सेल्सियस रहा। एयरपोर्ट स्थित मौसम केंद्र पर दिनभर में 8 मिमी बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के मुताबिक अगले दो-तीन दिन हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।